हाल
दाऽ स्यु बीति आजादी कु पचासुं साल ऊंड फुंड्वा खादी झाड़िक बणिगेन मालामाल/ अर हम स्यु छवां आज बि थेकळौं पर थेकळा धारि कुगत, कुहाल/ अर कंगाल Source : Jyundal (A Collection of Garhwali Poems) Copyright@ Dhanesh Kothari
बातें सरोकारों की...